by aditi | Apr 5, 2025 | ट्रेंडिंग
Manoj Kumar Last Rites : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार (Manoj Kumar Last Rites) पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। उनको मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। मनोज कुमार (Manoj Kumar) के बेटे कुणाल गोस्वामी ने पवन हंस शमशान घाट पर मुखाग्नि दी। पंचतत्व में विलीन होने से पहले उन्हें राजकीय सम्मान के साथ 21 तोपों की सलामी दी गई. यही नहीं पुलिस अधिकारियों ने एक्टर के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर श्मशान घाट तक कंधा दिया।
शशि गोस्वामीफूट-फूटकर रोई
मनोज कुमार के पार्थिव शरीर को देखकर उनकी पत्नी शशि गोस्वामी (Shashi Goswami) फूट-फूटकर रोने लगी। इस दौरान तमाम सेलेब्स की आंखें भी नम नजर आईं। सलमान खान के पिता सलीम खान अपने बेटे और अभिनेता अरबाज खान के साथ मनोज कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जुहू के श्मशान घाट पर पहुंचे।
अमिताभ बच्चन भी आए नजर
दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) भी अपने बेटे और अभिनेता अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) के साथ दिवंगत एक्टर मनोज कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इसके अलावा एक्टर प्रेम चोपड़ा भी नजर आए। उन्होंने कहा, “हम शुरू से साथ रहे हैं, और यह एक शानदार यात्रा रही है। उनके साथ काम करके सभी को लाभ हुआ है, मुझे भी उनसे लाभ हुआ है। वह मेरे बहुत-बहुत अच्छे दोस्त थे।
by aditi | Apr 4, 2025 | बॉलीवुड
Manoj Kumar Death: शुक्रवार 4 अप्रैल की सुबह मनोरंजन जगत में बेहद उदासी लेकर आई। आंख खुलते ही खबर मिली की बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और फिल्म निर्माता मनोज कुमार (Manoj Kumar) अब इस दुनिया में नहीं रहे। 87 वर्ष की उम्र में उन्होंने मुंबई में एक अस्पताल में आखिरी सांस ली। अभिनेता ने अपने फिल्मी करियर में एक से एक सुपरहिट फिल्में दी।
एक्टर के अलावा डायरेक्ट भी थे
मनोज कुमार का नाम पहले हरिकिशन गोस्वामी था, लेकिन फिल्मों में काम करने के चलते उन्होंने अपने नाम बदला और मनोज कुमार बन गए। हालांकि, इस नाम के बाद उन्होंने दर्शकों ने एक नया नाम दिया जो था ‘भारत कुमार’। उनकी ज्यादातर फिल्में देशभक्ति से जुड़ी थीं, इसलिए उन्हें ‘भारत कुमार’ के नाम से जाना जाता था।

बेच दी थी अपनी जायदाद
मनोज कुमार ने उपकार, पूरब और पश्चिम, रोटी कपड़ा और मकान जैसी हिट फिल्में बनाईं, जिन्हें आज भी बड़े शोक से देखा जाता है। बता दें, 80 के दशक में उनकी मूवी को महंगी फिल्मों में गिना जाता था। उन्होंने फिल्म ‘क्रान्ति’ के अपनी रियल लाइफ में भी क्रान्ति कर डाली थी।

इस फिल्म का बजट 3 करोड़ रुपए था। खबरों की माने तो फिल्म की शूटिंग शुरू हुई थी तो प्रोड्यूसर्स और कुछ मेकर्स ने हाथ पीछे खींच लिए थे। ऐसे में फिल्म का पूरा पैसा मनोज कुमार को ही लगाना पड़ा। ऐसे में उन्होंने अपना दिल्ली वाले बंगले और मुंबई में एक जमीन को बेचना था।
400 दिनों तक सिनेमा पर लगी थीं ‘क्रान्ति’
‘क्रांति’ ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई। फिल्म थिएटर में 400 दिनों तक लगी रही थी और इसने वर्ल्डवाइड करीब 20 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था, जिसका श्रेय इसकी दमदार पटकथा और मदन मोहन द्वारा रचित मधुर गीतों को दिया जाता है।

जानें कब होगा अंतिम संस्कार
मनोज कुमार के बेटे कुणाल गोस्वामी ने ANI से बातचीत में बताया कि ‘भारत कुमार’ लंबे समय से स्वास्थ संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे। हालांकि, उन्होंने बड़ी ही बहादुरी से इसका सामना किया और आज सुबह 3:30 बजे उन्होंने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में आखिरी सांस ली। उन्होंने आगे यह भी बताया कि मनोज कुमार का अंतिम संस्कार कल होगा।
by aditi | Apr 4, 2025 | ट्रेंडिंग
Manoj Kumar Death News: बॉलीवुड के जाने-माने एक्टर और फिल्म निर्देशक मनोज कुमार (Manoj Kumar Passes Away) का निधन हो गया है। उन्होंने 87 वर्ष की उम्र में 4 अप्रैल 2025 को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से फिल्म उद्योग और उनके फैंस में शोक की लहर छा गई है।
मनोज कुमार की मशहूर फिल्में
मनोज कुमार (Manoj Kumar Death) को उनकी देशभक्ति से भरी फिल्मों जैसे “शहीद”, “उपकार”, “पूरब और पश्चिम”, और “रोटी कपड़ा और मकान” के लिए विशेष रूप से याद किया जाता है। उन्हें “भारत कुमार” के नाम से भी जाना जाता था। इसके अलावा मनोज कुमार ने ‘सहारा’ (1958), ‘चांद’ (1959) और ‘हनीमून’ (1960) जैसी फिल्मों में खाम किया और फिर उन्हें मिली ‘कांच की गुड़िया’ (1961) जिसमें वो पहली बार लीड रोल में दिखे। इसके बाद ‘पिया मिलन की आस’ (1961), ‘सुहाग सिन्दूर’ (1961), ‘रेशमी रूमाल’ (1961) आई।

मनोज कुमार का असली नाम क्या था
उनका जन्म ब्रिटिश भारत के उत्तर-पश्चिमी प्रांत के एक शहर एबटाबाद में एक पंजाबी हिंदू ब्राह्मण परिवार में हुआ था । एक्टर का जन्म का नाम हरिकृष्ण गिरी गोस्वामी (Harikrishan Giri Goswami) है। जब वह 10 साल के थे तो उनका परिवार बंटवारे के कारण जंडियाला शेर खान से दिल्ली आ गया। पर्दे पर अभिनेता को भारत कुमार के नाम से भी जाना जाता था, क्यूंकि उन्होंने एक से बढ़कर एक हिट फिल्म दी थी और हर फ़िल्म में देशभक्ति का तड़का देखने को मिला था।

इन अवॉर्ड से भी सम्मानित हुए थे अभिनेता
भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें 1992 में पद्मश्री और 2015 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।